पंजाब नेशनल बैंक KYC फॉर्म भरने का सही तरीका

  1. शाखा से फॉर्म लें या डाउनलोड करें
  2. शाखा का नाम और तारीख:
    • शाखा का नाम पासबुक से लिखें
    • फॉर्म जमा करने की तारीख डालें।

3. नाम और ग्राहक आईडी (Name & Customer ID):

  • पूरा नाम (पहला, मध्य, अंतिम) बड़े अक्षरों में लिखें।
  • मध्य नाम न हो तो खाली छोड़ दें
  • ग्राहक आईडी पता हो तो लिखें, नहीं तो छोड़ें।

4. खाता नंबर और CKYCR ID:

  • पासबुक से खाता नंबर सही लिखें।
  • CKYCR ID अगर पता हो तो भरें।

5. फोटो और हस्ताक्षर:

  • पासपोर्ट साइज फोटो निर्धारित स्थान पर चिपकाएँ।
  • हस्ताक्षर या अँगूठे का निशान बैंक में रजिस्टर्ड वाला ही लगाएँ।
  • संयुक्त खाता होने पर सभी खाताधारकों के हस्ताक्षर जरूरी हैं।

6. व्यक्तिगत जानकारी (Personal Information):

  • लिंग: पुरुष (Male) या महिला (Female) पर टिक (✓) करें।
  • जन्मतिथि: दस्तावेज़ों में दर्ज तारीख ही लिखें।
  • पिता/माता का नाम लिखें।
  • आवास स्थिति: खुद का घर हो तो ओनड (Owned), किराए का हो तो रेंटेड (Rented) लिखें।
  • पैन कार्ड नंबर अवश्य लिखें। न हो तो फॉर्म 60 साथ जमा करें।

7. पेशा और वार्षिक आय (Occupation & Annual Income):

  • पेशा/गतिविधि: अपना काम लिखें (जैसे: छात्र, व्यवसायी, डॉक्टर)।
  • वार्षिक आय: सालाना कमाई की रकम लिखें।

8. पहचान/पता विवरण (Identity/Address Details):

  • ओवीडी (ऑफिशियली वैलिड डॉक्यूमेंट):
    • दस्तावेज़ का नाम लिखें (जैसे: आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस)।
    • नोट: इसी की कॉपी फॉर्म के साथ जमा करनी होगी।
  • ओवीडी नंबर: चुने गए दस्तावेज़ का नंबर लिखें।
  • जारी/समाप्ति तिथि:
    • आधार कार्ड के लिए जरूरी नहीं
    • ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट के लिए अवश्य भरें
  • पूरा पता: दस्तावेज़ में दर्ज पता ही लिखें।
    • जिला, राज्य, पिन कोड अलग-अलग बॉक्स में भरें।
    • स्थायी और वर्तमान पता अलग-अलग होने पर दोनों लिखें।

9. हस्ताक्षर और संपर्क नंबर:

  • हस्ताक्षर/अँगूठे का निशान फॉर्म के अंत में लगाएँ।
  • संपर्क नंबर अनिवार्य रूप से लिखें।
  • ईमेल आईडी डालना वैकल्पिक है।

‘फॉर ऑफिस यूज़ ओनली’ वाला सेक्शन खाली छोड़ दें

केवाईसी क्या है?

केवाईसी (KYC) का पूरा नाम ‘नो योर कस्टमर’ (Know Your Customer) है। यह वह प्रक्रिया है जिसके तहत बैंक और वित्तीय संस्थान अपने ग्राहकों की पहचान सत्यापित करते हैं। यह खाता खोलने, निवेश, ऋण लेने या अन्य बैंकिंग सेवाओं के लिए अनिवार्य है।

इन संस्थानों से सेवाएँ लेने के लिए आपको निजी या व्यावसायिक दस्तावेज़ों के माध्यम से अपनी पहचान साबित करनी होती है।

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के निर्देशों के अनुसार, अगर ग्राहक केवाईसी पूरा नहीं करता, तो बैंक उसके लेन-देन रोक सकता है

केवाईसी फॉर्म क्यों भरा जाता है?

  • अगर बैंक खाते की केवाईसी लंबे समय तक अपडेट नहीं की जाती, तो खाता निष्क्रिय (Inactive) हो सकता है। इससे लेन-देन मुश्किल हो जाता है।
  • हर बैंक की जिम्मेदारी है कि वह केवाईसी मानकों का पालन करे। न करने पर उसे जुर्माना भरना पड़ सकता है।
  • केवाईसी शाखा में जाकर या ऑनलाइन अपडेट की जा सकती है।
  • आज किसी भी बैंक में खाता खोलने, जमा करने या ऋण लेने के लिए केवाईसी पहले जरूरी है।
  • पुराने ग्राहकों को भी समय-समय पर केवाईसी अपडेट करनी होती है।

केवाईसी के लिए जरूरी दस्तावेज़

भारत सरकार ने 6 प्रकार के दस्तावेज़ों को मान्यता दी है:

पहचान प्रमाण

आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट जैसे दस्तावेज़ जिनमें यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर हो।

  1. पैन कार्ड
  2. पेशेवर संस्थाओं द्वारा जारी आईडी कार्ड (जैसे: ICAI, बार काउंसिल)।
  3. केंद्र/राज्य सरकार द्वारा जारी फोटो आईडी कार्ड।

पता प्रमाण (Address Proof):

  • राशन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी, आवासीय संपत्ति पट्टा, या घर बीमा पत्र
  • पिछले 3 महीने के उपयोगिता बिल (बिजली, टेलीफोन, गैस)।
  • पिछले 3 महीने के बैंक स्टेटमेंट
  • पता बदलने के लिए उच्च न्यायालय या सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा प्रमाणित दस्तावेज़।

इन संस्थाओं द्वारा जारी पता प्रमाण भी मान्य हैं:

  • शेड्यूल्ड वाणिज्यिक/सहकारी बैंक
  • विदेशी बैंक
  • राजपत्रित अधिकारी
  • नोटरी पब्लिक
  • सरकारी निकाय या वैधानिक प्राधिकरण

Gouse Shah, Content Writer in Hindisavings.com

Gouse Shah is a finance professional with over 6 years of banking experience, based in Bangalore, Karnataka. A self-taught expert, he manages multiple finance websites, blending traditional banking expertise with digital innovation.

Email: Hindisavings.com@gmail.com

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